रणजीत बच्चन के केस में हड़हवा फाटक चौकी इंचार्ज सस्पेंड

रणजीत बच्चन के केस में हड़हवा फाटक चौकी इंचार्ज सस्पेंड











हिन्दूवादी नेता रणजीत बच्चन के खिलाफ दर्ज रेप के मुकदमे की विवेचना में लापरवाही बरतने पर एसएसपी ने मंगलवार को हड़हवां फाटक चौकी इंचार्ज सरफराज अहमद को सस्पेंड कर दिया है। शाहपुर थाने में करीब तीन साल पहले रणजीत के खिलाफ छेड़खानी और दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हुआ था। बीते दो फरवरी को लखनऊ के हजरतगंज में गोली मारकर बच्चन की हत्या कर दी गई थी।


गोला क्षेत्र में अहिरौली गांव के लाला टोला निवासी तारा लाल श्रीवास्तव के पुत्र रणजीत बच्चन, काफी पहले शाहपुर क्षेत्र के भेडिय़ागढ़ मोहल्ले में रहते थे। वर्ष 2017 में शाहपुर इलाके की ही रिश्तेदारी की एक युवती ने रणजीत के खिलाफ मारपीट और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में कोर्ट में दर्ज कराए गए बयान में उसने बच्चन पर छेड़खानी के साथ ही दुष्कर्म का भी आरोप लगाया था। उसके बयान के आधार पर शाहपुर पुलिस ने छेड़खानी के मुकदमे में ही दुष्कर्म की धारा भी बढ़ा दी थी। इस मामले में रणजीत की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। पुलिस ने 82 की कार्रवाई की थी पर कुर्की नहीं हो पाई थी। पुलिस रिकार्ड में वह फरार चल रहे थे। मुकदमे की विवेचना भी अभी तक लंबित है।


कुर्की की कार्रवाई न करना बनी घोर लापरवाही


इस समय इस मुकदमे की विवेचना हड़हवा फाटक चौकी इंचार्ज रहे सरफराज अहमद के पास थी। लंबित मुकदमों की समीक्षा के दौरान एसएसपी ने करीब तीन साल से विवेचना लंबित रहने पर नाराजगी तो जताई। साथ ही दुष्कर्म और छेड़खानी जैसे संगीन मुकदमे में आरोपित के फरार रहने के बाद भी कुर्की की कार्रवाई न करने को घोर लापरवाही मानते हुए विवेचक को निलंबित करने का आदेश दे दिया।


दो फरवरी को हुई थी रणजीत बच्चन की हत्या


दो फरवरी को मार्निंग वाक के दौरान हजरतगंज के पास बदमाशों ने रणजीत बच्चन की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस समय उनके साथ मौजूद रहे शाहपुर क्षेत्र के रेलवे डेयरी कालोनी निवासी सत्येंद्र श्रीवास्तव भी गोली लगने से घायल हो गए थे। इस मामले में लखनऊ पुलिस बच्चन की दूसरी पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।